Motivation Story In Hindi - Moral Stories In Hindi For Class 5 » Motivation Guruji

Motivation Story In Hindi – Moral Stories In Hindi For Class 5

admin
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Motivation Story In Hindi मोरल कहानियाँ हमारे जीवन में कई महत्वपूर्ण कारकों के लिए जरूरी होती हैं।  नमस्कार दोस्तों स्वागत करते हैं आप सबका हमारी पोस्ट में अगर आप पढ़ना चाहते है बेहतरीन Motivation Story In Hindi तो आप सही पोस्ट पर आए है। आज हम आपके लिए लाए हैं एक बच्चा और मासूम पिल्ले की कहानी वह कहानी जो आप बहुत समय से पढ़ना चाहते हैं।
मोरल कहानी एक ऐसी कहानी होती है जो हमें किसी नैतिक संदेश या सीख देने का प्रयास करती है। इसमें कोई न कोई नैतिक संदेश होता है, जिससे हमें जीवन में अच्छाई को पहचानने और उसे अपनाने की प्रेरणा मिलती है। यह संदेश आमतौर पर किसी गलती से सीखने, साझा करने, अनुशासन में रहने, समय का महत्व समझने, और दूसरों के प्रति सहानुभूति जैसी नैतिकताओं को सीखाने पर केंद्रित होता है।
Motivation Story in hindi
Motivation Story in hindi
एक बच्चा पालतू जानवर की दुकान पर एक पीला (कुत्ता) खरीदने गया दुकान में बहुत तरह के पिल्ले थे किसी की क़ीमत 4000 तो किसी की क़ीमत 6000 अलग-अलग कीमत वाले पिल्ले थे पर एक पीला कोने में अकेला बैठा हुआ था एकदम चुपचाप खामोश होकर इस अकेले पिल्ले को बच्चे ने देखा तो उसे वह अनोखा लगा।

Motivation Story In Hindi – Moral Stories In Hindi For Class 4

बच्चे ने पूछा यह अकेला क्यों बैठा है दुकानदार ने बच्चों को जवाब दिया यह पिला अपाहिज है। इसका एक पैर एकदम खराब हो चुका है और यह पिला चल नहीं सकता अगर देखा जाए तो यह बहुत ही शानदार पिल्ला है लेकिन अपाहिज होने की वजह से इसे कोई खरीद नहीं रहा है।
Motivation Story in hindi
Motivation Story in hindi
बच्चों ने यह सुनकर सोच में पड़ गया और फिर बच्चें ने अपने मन में चल रहे सवाल का समाधान पाने ले लिए दुकानदार से पूछा।
  • यह बिकाऊ क्यों नहीं है?
  • पिल्ले को कोई क्यों नहीं खरीद रहा?
  • आप इसको क्यों रख रहे हैं?
  • अंत में बच्चे ने पूछा आप इस पिल्ले का क्या करेंगे?
दुकानदार का जवाब था इसे हमेशा के लिए मौत के नींद सुला दिया जाएगा बच्चों ने दुकानदार से फिर कहा क्या मैं इस पिल्ले के साथ क्या थोड़ी देर खेल सकता हूं?  दुकानदार ने जवाब दिया क्यों नहीं तुम जरूर खेल सकते हो।

एक लड़के ने दुकानदार को दी बेहतरीन सिख

बाद में बच्चा भागता हुआ उसे पिल्ले के पास गया और उसके साथ खेलने लगा उसे गोद में उठा लिया और वह पिल्ला बहुत खुश हुआ उसे पहली बार किसीने इतना प्यार किया था पहली बार किसी ने इतने प्यार से उसे सहलाया था पहली बार उसे महत्व दिया गया था कितने खुश थे पिल्ला और बच्चा दोनों बच्चे ने इसी वक्त सोच लिया कि वह यही पीला खरीदेगा।
दुकानदार ने कहा यह बिकाऊ नहीं है बच्चा अपनी जिद पर आ गया, वह दुकानदार की हथेली पर ₹2000 रखकर बाकी के ₹3000 लेने के लिए अपनी मां के पास गया लड़का अभी दुकान से बाहर ही गया था की दुकानदार ने पीछे से आवाज दी मुझे समझ नहीं आ रहा कि तुम इस अपाहिज पिल्ले के लिए इतना पैसा क्यों खर्च कर रहे कर रहे हो। इतने पैसों में से तो तुम एक अच्छा पीला खरीद सकते हो।
दुकानदार की बात सुनकर बच्चा पीछे मोड कुछ नहीं बोला बस अपनी एक टांग से पेंट ऊपर करी उस लड़के ने भी अपने पैर में ब्रश (प्लास्टिक का पैर) पहने रखे थे वह दुकानदार अब कुछ ना कह सका पर उसके नम आंखें यह बता रही थी बच्चों के रूप में आज वह एक ऐसे इंसान से मिला है जिसने उसे इंसानियत का सबक सिखा दिया है।

Moral Of The Stories In Hindi For Class 4

किसी के दर्द को समझना अलग बात है और दर्द को महसूस करना अलग बात है दर्द को महसूस करने वाला बनिए फिर आपके अंदर की इंसानियत कभी नहीं मरेगी ऐसे ही पोस्ट के साथ फिर मिलेंगे तो अपना ध्यान रखना धन्यवाद।

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